कुंबले 10 विकेट ले सके इसलिए श्रीनाथ को जानबूझकर करनी पड़ी थी बाहर गेंदबाजी, खुद कुंबले ने किया था खुलासा
Liberal Sports Desk : भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेले गए टेस्ट मुकाबले को कौन भूल सकता है। उस मुकाबले को भारत की जीत से ज्यादा अनिल कुंबले के एक पारी में 10 विकेट लेने को लेकर ज्यादा याद किया जाता है। और अनिल कुंबले ने कुछ किया भी ऐसा था जिसके बाद इस मैच को भारत की जीत से ज्यादा उनके 10 विकेट लेने को लेकर याद किया जाएगा। दरअसल इस आर्टिकल में हम उस मैच से जुड़े एक किससे को आपके साथ साझा करना चाह रहे हैं। यह किस्सा खुद अनिल कुंबले ने बताया था जब उन्होंने कहा था कि कैसे इस मैच में उन्हें 10 विकेट मिले इसलिए जवागल श्रीनाथ को सब कुछ भूल कर बाहर गेंदबाजी करनी पड़ी थी।
जब अनिल कुंबले के लिए जवागल श्रीनाथ ने जानबूझकर कि बाहर गेंदबाजी
अनिल कुंबले ने यूट्यूब चैनल में बातचीत करते हुए इस किस्से को बताया था कि कैसे जब उन्होंने फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे टेस्ट मैच में गेंदबाजी करना शुरू की तो एक के बाद एक उन्हें विकेट मिलने लगे थे और देखते ही देखते अनिल कुंबले 9 विकेट तक पहुंच गए थे। इसके बाद एक गेंद वसीम अकरम के बल्ले का किनारा लेते हुए जवागल श्रीनाथ के पास गई थी। गेंदबाजी में हरभजन सिंह थे और जवागल श्रीनाथ वो कैच लेना चाहते थे लेकिन वह कैच उन्होंने लिया नहीं शायद इसलिए क्योंकि अनिल कुंबले 10 विकेट ले सके।
हालांकि इसके बाद कई ओवरों में अनिल कुंबले को 10 विकेट लेने के लिए इंतजार करना पड़ा लेकिन इस बीच जब श्रीनाथ भी गेंदबाजी कर रहे थे। तब अनिल कुंबले ने इस बात का खुलासा किया कि जवागल श्रीनाथ अपनी प्रतिभा को भूलकर गेंदबाजी कर रहे थे कि उनसे गेंदबाजी आती ही नहीं है और वे जानबूझकर बल्लेबाज को बाहर की ओर गेंद कर रहे थे ताकि जवागल श्रीनाथ खुद यह विकेट हासिल ना करें क्योंकि वह चाहते थे कि कुंबले 10 विकेट ले सके हालांकि कुंबले ने इस बात का जिक्र नहीं किया कि जवागल श्रीनाथ ऐसा क्यों कर रहे थे।
कुछ इस तरह से अनिल कुंबले के 10 विकेट लेने के पीछे जवागल श्रीनाथ का रोल बहुत बड़ा था। हालांकि इस बीच अनिल कुंबले ने अपनी प्रतिभा के बल पर 10 विकेट लिए थे क्योंकि एका एक उस वक्त पाकिस्तान की टीम में कई बड़े खिलाड़ी मौजूद थे। चाहे वह इंजमाम उल हक हो सईद अनवर हो या फिर कोई अन्य खिलाड़ी और अनिल कुंबले ने शानदार गेंदबाजी की थी।