सीरीज जीतनी हुई मुश्किल,आधी भारतीय टीम चोटिल, चौथे टेस्ट में कैसे बनेगी प्लेइंग इलेवन !
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मुकाबला ब्रिस्बेन के मैदान पर 15 जनवरी को खेला जाना है जिससे पहले टीम इंडिया के लिए मुश्किलों का पहाड़ खड़ा हो चूका है। भारतीय टीम के काफी खिलाड़ी चोटिल होने के कारण चौथे टेस्ट मैच से बाहर हो चुके हैं और ऐसे में टीम का सीरीज जीतने का सपना टूट भी सकता है। फिलहाल सीरीज में 1-1 से बराबरी चल रही है और ऑस्ट्रेलिया टीम भारत की कमजोरियों का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगी। तीसरा टेस्ट मैच खत्म होने के बाद भी भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा है। टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और सिडनी टेस्ट को हार से बचाने वाले हनुमा विहारी भी अंतिम टेस्ट से चोटिल होने के कारण बाहर हो चुके हैं जो टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं।

अब सबसे बड़ी दिक्कत कप्तान और कोच के सामने ये है की अंतिम टेस्ट में कौन सी प्लेइंग इलेवन मैदान पर उतारी जाए क्योंकि आधी भारतीय टीम तो चोटिल है। रविंद्र जडेजा भी तीसरे टेस्ट की पहली पारी में चोटिल हो गए थे जिसके बाद वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे और बाद में उनका नाम भी अंतिम टेस्ट की टीम से हटा दिया गया। रिषभ पंत का जिक्र भी करें तो वह भी चोटिल हो गए थे लेकिन टीम को राहत तब मिली जब वे दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आए और टीम के लिए 97 रनों की कीमती पारी खेलकर गए। वहीं हनुमा विहारी का अंत तक साथ निभाने वाले रविचंद्रन अश्विन भी पीठ की दर्द से जूझ रहे थे पर टीम के लिए उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की, ऐसे में अब भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है की अगर यह 2-3 खिलाड़ी भी फिट नहीं रहे तो 11 खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन कैसे तैयार होगी।

आपको बता दें की तीसरे टेस्ट में वापसी करने वाले टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा भी फिट ना होने के कारण पहले 2 टेस्ट मुकाबले नहीं खेल पाए थे पर रोहित ने फिट होते ही सिडनी टेस्ट में धमाकेदार वापसी की और दूसरी पारी में शानदार अर्धशतक भी बनाया जो टीम के लिए अच्छी खबर है। ऐसे में चौथे टेस्ट में भी शुबमन गिल और रोहित ही ओपनिंग कर सकते हैं। तीसरे और चौथे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे काबिज रहेंगे और टीम का मध्यक्रम संभालेंगे। पांचवे नंबर पर रिषभ पंत खुद को साबित कर चुके है और फिट दिखाई दे रहे हैं। अब विहारी के जाने से छठे नंबर की मुसीबत बन चुकी है, ऐसे में टीम पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल और साहा में से किसी पर भरोसा कर सकती है क्योंकि टीम के पास ज्यादा विकल्प मौजूद नहीं है पर इन तीनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस सीरीज में खराब ही रहा है।

सातवें नंबर पर जडेजा का जाना टीम लिए बड़ा नुकसान साबित हो सकता है, उनकी जगह पर स्पिन गेंदबाजी के विकल्प के तौर पर कुलदीप यादव को उतारा जा सकता है जिनको पिछले कुछ समय से टीम में जगह नहीं मिली है पर अंतिम बार जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में मैच खेला था तो 5 विकेट अपने नाम किए थे, इसलिए उनके नाम पर विचार किया जा सकता है। आठवें नंबर पर रविचंद्रन अश्विन ही खेलते हुए दिखाई देंगे क्योंकि उनकी चोट ज्यादा गहरी नहीं है इसीलिए वह सिडनी टेस्ट में भी बल्लेबाजी करने आ गए थे। अंतिम टेस्ट से पहले आराम मिलने के कारण वह 8 नंबर पर खेल सकते है। 9 और 10 नंबर पर तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे पर बात ये है की अब बुमराह की कमी कौन पूरी करेगा, ऐसे में आईपीएल में धमाल मचाने वाले युवा तेज़ गेंदबाज नटराजन को बुमराह की जगह पर टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिल सकता है।

अब देखना होगा की मैनेजमेंट क्या सोच रखती है और कौन सी प्लेइंग इलेवन के साथ ब्रिस्बेन के मैदान पर उतरती है। देखा जाए तो जो हिम्मत और जज्बा टीम इंडिया ने सिडनी में दिखाया उसे देखकर भारतीय टीम को कम नहीं आंका जा सकता है और ना ही ऑस्ट्रेलिया टीम अब इन्हें हलके में लेने की कोशिश करेगी। दोनों टीमों के पास सीरीज जीतने का आखिरी मौका होगा और दोनों ही कप्तान इस सुनहरी मोके को हाथ से नहीं जाने देंगे। देखने वाली बात होगी की जो विराट कोहली ने पिछले दौरे में किया था, क्या वो इतिहास टीम इंडिया अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में दोहरा पाएगी यां फिर नहीं।