कॉलेज में दो बार हुए फेल,तो लगा एवरेज स्टूडेंट का ठप्पा,फिर लाखो की नौकरी छोड़ IAS बना दिल्ली का ये लड़का
यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक है। इस परीक्षा में पास होना हिमालय की चढ़ाई पर चढ़ना जितना मुश्किल होता है। बचपन से जो छात्र पूरी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करते हैं वो भी कई बार यूपीएससी में आकर धक्का खा जाते हैं। लेकिन दिल्ली का एक ऐसा भी लड़का है जो कॉलेज में दो बार फेल हुआ। जिसके नाम पर एवरेज स्टूडेंट का ठप्पा लग गया।लेकिन उसने अपने जज्बे और मेहनत के भरोसे देश की सबसे कठिन परीक्षा में पास होकर सभी को चौका दिया।
दिल्ली से है ताल्लुक
हम बात कर रहे हैं हिमांशु कौशिक की जो 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह वर्तमान में आंध्र प्रदेश कैडर में कार्यरत हैं। आईएएस हिमांशु कौशिक आंध्र भवन में अतिरिक्त रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। वह दिल्ली के रहने वाले हैं. उन्होंने 2018 में अपने पहले प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा में सफलता हासिल की और प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल हो गए। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में AIR 77 हासिल किया।हालाँकि कौशिक का यह सफर बिलकुल भी आसान नहीं था।
कॉलेज में हुए दो बार फेल
यूपीएससी की तैयारी से पहले कौशिक ने 2009-13 तक गाजियाबाद के एक निजी संस्थान से कंप्यूटर विज्ञान के साथ इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की।इसके बाद 2013-2016 तक उन्होंने सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम किया। ख़ास बात यह है कि उन्हें एक औसत छात्र माना जाता था. यहां तक कि कॉलेज की परीक्षाओं के दौरान भी उनका दो बार बैक आया। हालाँकि इसके बावजूद कौशिक ने आईएएस जैसी परीक्षा को पास करने का सपना देखा।
पहले प्रयास में मिली सफलता
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए, कौशिक ने अपनी लाखो की सैलरी वाली नौकरी छोड़ने का फैसला किया और 2018 में यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। कौशिक का यह बड़ा फैसला और उनकी मेहनत वाकई रंग लाइ और 2018 में अपने पाहे ही प्रयास में कौशिक को आईएएस रैंक हासिल हो गई। बता दें वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं। उनके पिता एक इंजीनियर हैं और उनकी माँ एक संस्कृत शिक्षिका हैं।