जोश के साथ बदली हुई रणनीति और प्रियंका गांधी का नेतृत्व क्या देगा कांग्रेस को यूपी में खोई ताकत वापस , जानिए इस रिपोर्ट में
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार कुछ बेहतर करने की चाह में एक आक्रामक रणनीति के साथ चुनावी मैदान पर उतरने की तैयारी कर चुकी है। खास बात यह है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पूरी तरह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करके मैदान पर उतरने का प्लान तैयार कर चुकी है । वे लगातार उत्तर प्रदेश के दौरे कर रही हैं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित कर रही हैं 10 और 11 सितंबर का दौरा भी इसी एक रणनीति का हिस्सा रहा जिसमें उन्होंने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं के बीच जीत की हुंकार भरी है।
दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रियंका गाँधी ने कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश संगठन की बैठकों में पदाधिकारियों एवं जिले के नेताओं से रिपोर्ट और फीडबैक हासिल किया यहां पर उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश में जनता बदलाव का मन बना चुकी है किसानों ,नौजवानों ,महिलाओं ,व्यापारी वर्ग एवं आम जनों की आवाज उठा कांग्रेस पार्टी परिवर्तन के संकल्प के साथ मजबूत विकल्प बनकर उभरेगी । लिहाजा आप सभी लोग कांग्रेस के विचारधारा के साथ मैदान पर उतर जाएं और जनता के बीच अपनी बात रखें ।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक की इसमें नेताओं को समझाया गया कि किस तरह से हमें इस चुनाव में अपनी रणनीति को लेकर आगे चलना है । खास बात यह रही कि इस बार चुनाव समिति में वरिष्ठ सदस्य युवाओं महिलाओं एवं संगठन के पदाधिकारियों की भागीदारी की गई है। कांग्रेस ने इस बार मंत्र भी दिया है कि सबकी भागीदारी सबकी जिम्मेदारी यानी कि हमें जोरदार तरीके से इस बार चुनाव लड़ना है। कहा जाए तो यह लंबे अरसे बाद है जब कांग्रेस आक्रामक तरीके से चुनावी मैदान पर प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उतर रही है जाहिर सी बात है विपक्षी पार्टियां भी इस बार कांग्रेस को हल्के में नहीं ले रही हैं। ऊपर से कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि किसी प्रकार का गठबंधन भी किसी दल के साथ फिलहाल नहीं किया जाएगा। कांग्रेस अपनी रणनीति के साथ लगातार आगे बढ़ती जा रही है अब देखना यह होगा कि यह राजनीति चुनावी मैदान में कितनी साबित होती है और जनता के दिलों में कांग्रेस किस तरह से कब्ज़ा कर सकती है।