उत्तरप्रदेश में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, इस नए फैक्टर को अपनाएगी योगी सरकार

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले मंत्री परिषद का विस्तार हो सकता है। इस मंत्रिपरिषद में एक बड़ा फैक्टर निकल कर सामने आ रहा है और यह फैक्टर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी को भी टक्कर दे सकता है ।यह बड़ा फैक्टर है ब्राह्मण वर्ग को साधने का जिस तरह से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने हाल ही के दिनों में प्रबुद्ध जन सम्मेलन करके ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की कोशिश की है उसका जवाब अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी मंत्रिपरिषद का विस्तार करके दे सकती ।है

इस मंत्रिमंडल विस्तार में ब्राह्मण चेहरे शामिल किए जा सकते हैं पहला जो नाम आ रहा है वह हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में आए जितिन प्रसाद का है जो ब्राम्हण फेस के रूप में उत्तर प्रदेश में काफी लोकप्रिय हैं कुछ वक्त से वे ब्राह्मणों के कल्याण के लिए उत्तर प्रदेश में जुटे भी हुए हैं तो वही जो दूसरा ब्राह्मण वर्ग से नाम आ रहा है वह लक्ष्मीकांत बाजपेई का है जो कि काफी वक्त से बीजेपी में गुम से नजर आ रहे हैं लेकिन अब उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है और ब्राह्मण वोट बैंक को लुभाने का टास्क भी दिया जा सकता है। इसके साथ ही बीजेपी अनुसूचित जाति वर्ग से भी समीकरण बैठाने की कोशिश में जुटी हुई है और दो नामों को आगे बढ़ा रही है जिसमें कि निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और एमएलसी विद्यासागर सोनकर का भी नाम आ रहा है जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है ।

आपको बता दें कि दिल्ली में गुरुवार रात गृह मंत्री अमित शाह के आवास में एक बैठक हुई थी जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बैठक उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में रोड मैप तैयार करने को लेकर हुई थी वही बैठक के दौरान ऐसा कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई है और नामों पर भी निर्णय लिए गए हैं।

MUST READ