जन्मदिन विशेष : 70 -80 के दशक में भारत को लड़ने का जज्बा सिखाने वाले शानदार खिलाड़ी की कहानी

LIberal Sports Desk :सुनील मनोहर गावस्कर भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम जिसने 70- 80 के दशक में भारतीय टीम को लड़ने का जज्बा सिखाया था। भारत का ऐसा खिलाड़ी जिसने दुनिया भर के बेहतरीन खिलाड़ियों के बीच सबसे पहले 10000 रन बनाने का कारनामा किया था। भारतीय क्रिकेट के वो प्रेरणा स्त्रोत जिन्हें भारतीय क्रिकेट में लिटिल मास्टर के नाम से जाना जाता है। जिन्हें देखकर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट खेलना शुरू किया आज लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर भारतीय टीम के शानदार खिलाड़ी रहे सुनील गावस्कर अपना 72 वा जन्म दिवस मना रहे आइए जानते हैं उनसे जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण बाते।

10 जुलाई 1949 को भारतीय क्रिकेट के महानायक सुनील गावस्कर का जन्म मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था सुनील गावस्कर के पुत्र रोहन गावस्कर भी भारतीय टीम से खेल चुके हैं सुनील गावस्कर खेल को शुरू से ही पसंद करते थे। अपनी पढ़ाई के दिनों से ही सुनील गावस्कर बेहतरीन क्रिकेट खेलने के लिए अपनी पहचान बना चुके थे। 1966 में सुनील गावस्कर को स्कूल का बेस्ट बॉय का पुरस्कार भी मिला था। उन्होंने स्कूल के दौरान दो डबल सेंचुरी लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। 1966 में उन्होंने अपना रणजी डेब्यू किया।

रणजी मैच के दौरान डबल सेंचुरी लगाकर चयनकर्ताओं को किया प्रभावित

सुनील गावस्कर ने 1966 में अपने रणजी मैच के दौरान डबल सेंचुरी लगाकर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था।जिसके के बाद 1971 में होने वाले वेस्टइंडीज दौरे के लिए उन्हें टीम में चुन लिया गया।

1971 में किया अपने करियर का आगाज

सुनील गावस्कर ने 1971 में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज करते हुए सभी क्रिकेट के जानकारों को अपनी खेलने की अलग छवि से प्रभावित किया। सुनील गावस्कर ने भारत के लिए 125 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 34 शतकों की मदद से 10122 रन बनाए। सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर भी बने

20 साल तक 34 शतक बनाने का रिकॉर्ड राह गावस्कर के नाम

सुनील गावस्कर के 34 शतकों का रिकॉर्ड गावस्कर के पास 20 सालों तक रहा हालांकि सुनील गावस्कर को अपना आदर्श मानने वाले भारत के सचिन तेंदुलकर ने 20 साल बाद श्रीलंका के विरुद्ध शतक लगाते हुए उनका रिकॉर्ड तोड़ा।

1971 में सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण का सामना करते हुए प्रिंस पार्क ओवल मैदान में दोनों पारियों में बिना हेलमेट के खेलते हुए शतक लगाए थे जो कि उनकी प्रतिभा और क्षमता को दर्शाता है।

वनडे इतिहास की खेली थी सबसे धीमी पारी

7 जून 1975 को भारत और इंग्लैंड के बीच एक वनडे मुकाबला खेला गया था। इंग्लैंड ने 60 ओवर में 334 रन बना डाले थे भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी और गावस्कर ने इस कदर धीमी बल्लेबाजी की कि दर्शक भी उनसे काफी नाराज नजर आए लेकिन गावस्कर नहीं रुके और उन्होंने 174 गेंदों में 36 रन बनाकर नाबाद रहे जो उनकी अब तक की सबसे धीमी पारी रही

बीमार होकर भी लगाया विश्व कप में शतक

टेस्ट मैच की तरह सुनील गावस्कर का एकदिवसीय करियर उतना प्रभावी नहीं रहा लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 1987 वनडे विश्वकप में खेलते हुए बुखार से पीड़ित सुनील गावस्कर ने न्यूजीलैंड के विरुद्ध शतक लगाया

सुनील गावस्कर बतौर कप्तान

बतौर कप्तान सुनील गावस्कर का क्रिकेट करियर सामान्य ही रहा। गावस्कर की कप्तानी को लेकर कहा जाता है कि उन्होंने अपने टीम के खिलाड़ियों को अनुशासित रखा और वेस्टइंडीज ऑस्ट्रेलिया की खतरनाक टीमों के खिलाफ खेलने के लिए जज्बा बनाए रखा।

जब गैरी सोबर्स ने कहा चीन की दीवार में अगर दरार आ जाए तो उसे ढहाया नहीं करते

1971 में गावस्कर शेष विश्व की टीम के साथ गैरी सोबर्स की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया खेलने गए थे। जहां वह लगातार नाकाम साबित हो रहे थे ऐसे में कई दिग्गजों ने गैरी सोबर्स से यह सवाल किया कि आप सुनील गावस्कर को टीम से अलग क्यों नहीं करते तब गैरी सोबर्स ने जवाब दिया अगर चीन की दीवार में दरार आ जाए तो उसे ढहाया नहीं करते। गेरी सोबर्स की यह बात सुनील गावस्कर की क्षमता और महानता को दर्शाने के लिए काफी है।

भारत के हर एक बल्लेबाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत सुनील गावस्कर

सुनील गावस्कर को देखकर ही सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट शुरू किया आज भी सुनील गावस्कर की बल्लेबाजी तकनीक को खिलाड़ी अपना क्रिकेट करियर सुधारते हैं सुनील गावस्कर भारत के एक महान क्रिकेट खिलाड़ी हमेशा रहे हैं।

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