चेन्नई टेस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच कांटे की टक्कर, जानें आंकड़ों के हिसाब से किसका पलड़ा रहेगा भारी
भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के मैदान पर 5 फरवरी को खेला जाना है जिसके लिए दोनों टीमों के खिलाड़ी चेन्नई पहुंच रहे है और उनको कोरोना के नियमों की पालना करनी होगी। हालांकि टीम इंडिया के खिलाड़ियों का पहला कोरोना टेस्ट भी हो चूका है जिसमें सभी खिलाड़ियों की रिपोर्ट नेगेटिव निकलकर आई है। ऑस्ट्रेलिया में शानदार तरीके से टेस्ट जीतने के बाद अब विराट सेना की नजर इंग्लैंड को हराने पर होगी पर ये सीरीज इतनी भी आसान रहने वाली नहीं है क्योंकि हाल में ही इंग्लैंड श्रीलंका दौरे से वापस आई है और वहां पर लंका टीम को 2-0 से टेस्ट सीरीज हराकर लौटी है। अब आपको बताते हैं की चेन्नई में दोनों टीमों के आंकड़े क्या बोलते है और किसका पलड़ा भारी रह सकता है।
आपको बता दें की भारत और इंग्लैंड के बीच अभी तक चेन्नई में 9 टेस्ट मुकाबले खेले गए है जिसमे भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों में जीत दर्ज की है, वहीं इंग्लैंड का प्रदर्शन भी ज्यादा खराब नहीं रहा है, इंग्लैंड ने भी 3 मैचों में जीत हांसिल की है और दोनों टीमों के बीच 1 मैच ड्रा रहा है। इन आंकड़ों के हिसाब से और भारत में सीरीज होने के चलते विराट सेना का पलड़ा ही भारी नजर आता है पर मौजूदा समय के हिसाब से इंग्लैंड को कम नहीं आंका जा सकता और ना ही कप्तान विराट कोहली इंग्लिश टीम को हल्के में लेना चाहेगी। भारत में जीतना इंग्लैंड के लिए मुश्किल जरूर है पर ये टीम भारत को कांटे की टक्कर जरूर दे सकती है।
वहीं अगर दोनों टीमों के बीच अभीतक हुए कुल टेस्ट मैचों की बात करे तो इंग्लैंड का प्रदर्शन भारत के खिलाफ जबरदस्त रहा है। दोनों टीमों के बीच अभी तक कुल 122 टेस्ट मुकाबले खेले गए हैं जिसमें से भारत को सिर्फ 26 मुकाबलों में जीत नसीब हुई है और इंग्लैंड टीम ने 47 मैचों में जीत दर्ज करने में सफलता प्राप्त की है जबकि 49 मैच ड्रा रहे है। अब इन आंकड़ो से अंदाजा लगाया जा सकता है की इंग्लैंड टीम भारत को कड़ी चुनौती दे सकती है जिसका सामना करने के लिए भारतीय टीम भी तैयार है। अगर भारत में हुए मैचों का जिक्र करें तो अभी तक भारत और इंग्लैंड के बीच भारत में कुल 60 टेस्ट मुकाबले खेले गए है जिसमें से 19 मुकाबले भारत के नाम रहे है और 13 ही मुकाबले इंग्लैंड जीत पाई है जबकि 28 मैच ड्रा पर खत्म हुए है। अब ऐसा कहना गलत नहीं होगा की भारत में टीम इंडिया का पलड़ा इंग्लैंड के खिलाफ हमेशा मजबूत रहा है।
इस टेस्ट सीरीज के लिए दोनों टीमों के खिलाड़ियों की बात करे तो टीम इंडिया में हार्दिक पांडया और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा की वापसी हो चुकी है जिसका फायदा टीम को मिल सकता है वहीं कप्तान कोहली भी वापस आ चुके है और टीम की कमान संभालेंगे। अजिंक्य रहाणे बतौर उपकप्तान कोहली का साथ निभाएंगे। इंग्लैंड टीम में भी बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर की वापसी हो चुकी है और टीम काफी मजबूत नजर आ रही है। अब देखने वाली बात होगी की जब पहला टेस्ट मुकाबला शुरू होगा तो दोनों टीमें कौन सी प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान पर उतरती है और चेन्नई टेस्ट में किस टीम का पक्ष मजबूत होगा। बता दें की कोरोना काल के बीच दर्शकों को इस टेस्ट सीरिज के मुकाबले मैदान पर देखने की इजाजत नहीं मिली।