टीएमसी में शामिल होने के बाद बोले बाबुल सुप्रियो – राजनीति छोड़ने का फैसला गलत व भावनात्मक था
सियासत के खेल में कब क्या हो जाये कोई नहीं जानता दो माह पहले जब मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो बंगाल के आसनसोल से संसद बाबुल सुप्रियो का नाम नए मंत्रिमंडल में नहीं आया। जिसके बाद से ही बाबुल सुप्रियो धीरे धीरे अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे थे हालाँकि उन्होंने कभी इस बारे में खुलकर नहीं कहा था लेकिन कभी वो कहते कि वे एक अच्छे गायक हैं और उन्हें गायक के तौर पर अपने जीवन को बढ़ाना चाहिए तो कभी वे समाजसेवा की बाते करते लेकिन इन सब बातो के पीछे उनका असल दर्द केंद्रीय केबिनेट में मंत्री न बन पाना जो अब खुलकर सामने आ गया है।
बाबुल सुप्रियो को जब मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली तो उन्होंने एक लम्बा फेसबुक पोस्ट लिखकर राजनीति से संस्यास का ऐलान कर दिया था और उन्होंने साफ़ कहा था कि वे कभी भी दूसरी पार्टी ज्वाइन नहीं करेंगे। लेकिन शायद सियासत में वक्त बदलते ही शब्द भी बदल जाते हैं। शनिवार को बाबुल सुप्रियो टीएमसी में शामिल हो गए जिसके बाद उन्होंने अपने राजनीति से सन्यास के फैसले को ही गलत करार दिया।
टीएमसी में शामिल होने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं टीएमसी में शामिल हो रहा हूँ। बाबुल ने कहा कि मैं बंगाल की सेवा करने के लिए वापस आ रहा हूँ। मैं बहुत उत्साहित हूँ और मैं सोमवार को दीदी (ममता बनर्जी ) से मिलूंगा। बाबुल ने कहा कि दीदी और अभिषेक ने मुझे बहुत अच्छा अवसर दिया है।
वहीँ राजनीति से सन्यास के अपने फैसले पर बाबुल ने कहा कि जब मैंने कहा था कि मैं राजनीति छोड़ दूंगा तो मैंने यह पूरे दिल से कहा था हालाँकि मुझे लगा एक बहुत बड़ा अवसर मुझे टीएमसी में शामिल होने का सौंपा गया है। बाबुल ने कहा कि मेरे सभी दोस्तों ने कहा कि राजनीति छोड़ने का मेरा फैसला गलत और भावनात्मक था।