रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना 10 वर्षों में शीर्ष 3 नौसैनिक शक्तियों में भारत को शामिल करने का लक्ष्य
नेशनल डेस्क:- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि, ‘प्रोजेक्ट सीबर्ड’ के तहत यहां विकसित किया जा रहा नौसैनिक अड्डा एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होना चाहिए और जरूरत पड़ने पर वह इसके लिए बजट आवंटन बढ़ाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि, भारत को अगले 10-12 वर्षों में दुनिया की शीर्ष तीन नौसैनिक शक्तियों में शामिल होने का लक्ष्य रखना चाहिए।राजनाथ सिंह ने कहा, “प्रोजेक्ट सीबर्ड में जाने से पहले मुझे इसे देखने और समझने की उत्सुकता थी… मैं कारवार को करीब से देखकर खुश हूं और कह सकता हूं कि इस नौसैनिक अड्डे के प्रति मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।”

भारतीय नौसेना के अधिकारियों और नाविकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, परियोजना के पूरा होने से न केवल भारत की रक्षा तैयारियों को मजबूत किया जाएगा, बल्कि देश के व्यापार, अर्थव्यवस्था और इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली मानवीय सहायता को भी और अधिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, “कहा जाता है कि, यह भारत का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा बन जाएगा, लेकिन मैंने केवल भारत का ही नहीं कहा है, हमारी इच्छा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा बन जाए।”