43 साल से सिडनी में टेस्ट मैच नहीं जीती टीम इंडिया, रहाणे का पास इतिहास रचने का बड़ा मौका
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला 7 जनवरी को सिडनी के मैदान पर खेला जाएगा जिसके लिए दोनों टीमें सिडनी पहुंच चुकी है और अपनी तैयारी करनी शुरू कर दी है। टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने शानदार तरीके से जीता था और उसके बाद भारतीय टीम ने भी मुहतोड़ जवाब देते हुए दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर सीरीज में बराबरी की थी लेकिन अब बात अगर सिडनी टेस्ट की करें तो इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है पर मौजूदा भारतीय टीम जिस लय में चल रही है, उनके पास इतिहास रचने का बड़ा मौका होगा।
सिडनी के मैदान पर दोनों टीमों के बीच हुए सभी टेस्ट मैचों पर अगर नजर डालें तो अबतक वहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 टेस्ट मुकाबले खेले हैं जिसमे भारतीय टीम को सिर्फ 1 ही मुकाबले में जीत मिली है और 5 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है, वहीं टीम को 6 मुकाबलों में ड्रा के साथ संतुष्टि करनी पड़ी है। इन आंकड़ो से अंदाजा लगाया जा सकता है की सिडनी में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी माना जा सकता है पर अगर मौजूदा समय में दोनों टीमों का प्रदर्शन देखें तो ऑस्ट्रेलिया टीम भारतीय टीम को बिलकुल भी हलके में नहीं लेना चाहेगी। बता दें की दोनों टीमों के बीच 1947 में सिडनी के मैदान पर पहला मैच खेला गया था।
सिडनी के मैदान पर भारतीय टीम को जो एक जीत नसीब हुई है, वो बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में मिली थी। 1978 में हुए इस शानदार मुकाबले में भारतीय टीम ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए मेजबान टीम को पारी और 2 रनों से मात दी थी। अब भारतीय क्रिकेट फैंस को उम्मीद होगी की अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में एक बार फिर टीम शानदार खेल दिखाए और इस मैदान पर इतिहास रचे। अगर रहाणे अपनी कप्तानी में ये कारनामा करने में सफल होते हैं तो वे भारत की तरफ से कप्तानी करते हुए अपने पहले 4 टेस्ट मैच जीतने वाले पहले कप्तान भी बन जाएंगे।
इस बार भारत के पास फिर से ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने का बड़ा मौका है क्योंकि फ़िलहाल सीरीज बराबरी पर है और अगला मुकाबला अगर टीम इंडिया जीत जाती है तो सीरीज जीतने के आसार काफी बढ़ जाएंगे। पिछले दौरे में भी टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था और इस बार भी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर नया कीर्तिमान स्थापित करने का मौका है। अब देखना होगा जब मुकाबला शुरू होगा तो दोनों टीमें किस रणनीति के साथ मैदान पर उतरती है और कौन जीत हांसिल करने में कामयाब होता है।