हरियाणा में कोरोना से बिगड़े हालात, अस्पताल में नहीं बचे बैड़…

कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने सरकार के कुप्रबंधन को उजागर किया है। कोरोना मामलों की संख्या में वृद्धि जारी है। इस बीच, सिविल अस्पताल में बिस्तर खाली नहीं हैं और निजी अस्पताल पहले से ही भरे हुए हैं।

सिविल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। एक बेड में दो मरीज हैं। अब स्थिति उस स्थिति में पहुंच गई है जहां इलाज के लिए कोरोना के मरीज जमीन पर मिल रहे हैं। मई की शुरुआत से कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। एक दिन में औसतन 625 मामले सामने आ रहे हैं। ये मामले अब तक के सबसे ज्यादा हैं। दैनिक कोरोनावायरस के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।

सिविल अस्पताल में कोरोना के रोगियों के लिए 80 बेड हैं। निजी अस्पतालों को कोरोना के मरीजों के लिए 25 प्रतिशत बेड आरक्षित करने के लिए कहा गया है, लेकिन अब बेड फुल होने के बाद मरीजों का इलाज जमीन पर किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि बाल जाटान में 300 बेड के अस्पताल के शुरू होने के बाद बेड की कमी पूरी हो जाएगी।

MUST READ