पार्थिव ने 17 साल की उम्र में डेब्यू करके बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड, अब क्रिकेट को कहा अलविदा
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने आज इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा बोल दिया। पार्थिव ने इसकी जानकारी अपने सोशल अकॉउंट के जरिए दी। अपने 18 साल के लंबे क्रिकेट करियर में पार्थिव टीम इंडिया से लगातार अंदर बाहर ही रहे हैं। पार्थिव ने भारत की तरफ से 25 टेस्ट, 38 वनडे और 2 टी 20 मुकाबले खेले वहीं उन्होंने भारत के लिए अपना अंतिम मैच जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
पार्थिव पटेल ने संन्यास के बारे में अपने इंस्टाग्राम पर लिखते हुए कहा – मैं आज क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करता हूं, और भारी मन से अपने लंबे क्रिकेट करियर को समापन कर रहा हूं। पार्थिव ने आगे BCCI का धन्यवाद करते हुआ लिखा की जिस तरीके से 18 साल में मेरे ऊपर भरोसा जताया और मुझे 17 साल की छोटी उम्र में डेब्यू करने का मौका दिया , इसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा।
पार्थिव ने उन सभी भारतीय कप्तानों का आभार भी जताया जिनकी कप्तानी में उन्हें खेलने का मौका मिला खासतौर पर पार्थिव ने सौरव गांगुली का धन्यवाद किया जिनकी कप्तानी में उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला था। वहीं पार्थिव ने सभी कोचों को भी याद किया जिनके कारण उनको क्रिकेट करियर में सफलता प्राप्त हुई। पार्थिव ने गुजरात क्रिकेट संघ का भी धन्यवाद किया और कहा की गुजरात टीम मेरे लिए परिवार की तरह रही है और मेरा सपना पूरा करने में उनका काफी योगदान रहा है।
पार्थिव पटेल के क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 31 की औसत से 934 रन बनाए जिसमें 6 अर्धशतक शामिल रहे, 62 कैच भी लपके और साथ ही 10 स्टंप भी किए. वहीं पार्थिव ने वनडे में 23 की औसत से 736 रन अपने खाते में डाले जिसमें 4 अर्धशतक भी शामिल रहे। इसी के साथ पार्थिव ने अपने IPL करियर में 139 मैचों में 22 की औसत से 2848 रन बनाए जिसमें 13 अर्धशतक भी शामिल रहे। IPL 2020 में पार्थिव को RCB टीम ने चुना पर एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन पार्थिव ने कहा – ‘मैं आईपीएल टीमों और उनके मालिकों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे टीम में खेलने का मौका दिया और मेरा पूरा ध्यान रखा.’
आपको बता दें की टीम में धोनी के आने से पहले भी पार्थिव को कुछ खास मौके नहीं मिले थे और बाद में इस रेस में दिनेश कार्तिक का नाम भी शामिल हो गया जिसके चलते पार्थिव पटेल का टीम में आना जाना चलता रहा और 2 साल पहले उन्होंने अपना अंतिम मैच भारत के लिए खेला था।