चुनावों में मिली हार के बाद BJP में बवाल, बड़े नेताओं ने प्रत्याशियों पर फोड़ा ठीकरा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश चुनाव में अपनी हार पर पुनर्विचार किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, महासचिव सुनील बंसल, क्षेत्रीय अध्यक्ष और पंचायत चुनाव से संबंधित पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायत चुनाव की समीक्षा बैठक में मौजूद थे। इस बीच पंचायत चुनावों में पार्टी की हार पर चर्चा हुई। मंथन में भाजपा की हार के तीन कारण हैं।

यहाँ तीन कारण हैं:

  1. कोरोना के कारण, लोग प्रतिनिधि उम्मीदवारों के प्रचार के लिए बाहर नहीं जा सकते थे; इसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा।
  2. पार्टी को ग्राम प्रधान (सरपंच) के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव का भी नुकसान उठाना पड़ा।
  3. पार्टी के मूल कैडर, जो राष्ट्रपति बीडीसी के चुनाव में शामिल थे; जिसके कारण जिला पंचायत वार्ड प्रत्याशी के प्रचार में सक्रियता नहीं दिखा सका।

गौरतलब है कि भाजपा जिला पंचायत प्रधान चुनावों में अधिक से अधिक सीटें जीतने की रणनीति भी बना चुकी है। अब पार्टी सबसे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगी और उसके बाद राज्य के 826 ब्लॉकों में ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी।

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